निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर दीजिए – (3 + 3 + 3)
(1) दुनिया अपने भीतर छिपे ईश्वर को नहीं देख पाती। कवि ने किस उदाहरण द्वारा यह तथ्य स्पष्ट किया है?
(2) 'मनुष्यता' कविता के आधार पर स्पष्ट कीजिए कि कवि ने कैसी मृत्यु को सुमृत्यु कहा है?
(3) पर्वत के हृदय से उठकर ऊँचे-ऊँचे वृक्ष आकाश की ओर क्यों देख रहे थे और वे किस बात को प्रतिबिम्बित करते हैं?
(4) 'विपदाओं से मुझे बचाओ यह मेरी प्रार्थना नहीं' कवि इस पंक्ति द्वारा क्या कहना चाहता है?
निम्नलिखित काव्यांशों में से किसी एक को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए –
(क) कहलाने एकत बसत अहि मयूर, मृग बाघ।
जगतु तपोबन सौ कियौ दीरघ-दाघ निदाघ।।
(1) सांप, मोर, मृग और बाघ एक साथ क्यों नहीं रह सकते? (2)
(2) ग्रीष्म ऋतु ने संसार को किस प्रकार तपोवन बना दिया है? (2)
(3) पहली पंक्ति में कौन से अलंकार का प्रयोग किया गया है? (2)
अथवा
(ख) हम घर जाल्या आपणाँ, लिया मुराड़ा हाथि।
अब घर जालौं तास का, जो चलै हमारे साथि।।
(1) कबीर ने अपने हाथ में कौन-सी मशाल लेकर अपना घर जला लिया? (2)
(2) कबीर अपने साथ चलने वाले का घर क्यों जलाना चाहते हैं? (2)
(3) उपरोक्त साखी का भाव स्पष्ट कीजिए। (2)
निम्नलिखित काव्यांशों में से किसी एक के नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए –
(क) सहानुभूति चाहिए, महाविभूति है यही;
वशीकृत सदैव है बनी हुई स्वयं मही।
विरुद्धवाद बुद्ध का दया-प्रवाह में बहा,
विनीत लोकवर्ग क्या न सामने झुका रहा?
अहा! वही उदार है परोपकार जो करे,
वही मनुष्य है कि जो मनुष्य के लिए मरे।।
1. कवि और कविता का नाम लिखिए। (1)
2. कवि किसे महाविभूति मानता है? (1)
3. कवि किसे मनुष्य की संज्ञा देता है? (2)
4. धरती को वश में करने के लिए कौन-सा गुण आवश्यक है? (2)
अथवा
(ख) कस्तूरी कुंडलि बसै, मृग ढूँढै बन माँहि।
ऐसैं घटि घटि राम हैं, दुनियाँ देखै नाँहि।।
1. कवि एवं कविता का नाम लिखिए। (1)
2. प्रथम पंक्ति में किस अलंकार का प्रयोग किया गया है? (1)
3. इस दोहे के माध्यम से कवि ने क्या सन्देश दिया है? (2)
4. मृग कस्तूरी को कहाँ ढूँढता है? (2)
निम्नलिखित में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर लिखिए – (3 + 3 + 3)
1. 'मधुर-मधुर मेरे दीपक जल' कविता में दीपक से किस बात का आग्रह किया गया है और क्यों?
2. शाल के वृक्ष भयभीत होकर धरती में क्यों धँस गए?
3. बिहारी की नायिका यह क्यों कहती है, "कहि है सब तेरो हियो, मेरे हिय की बात", स्पष्ट कीजिए।
4. भाव स्पष्ट कीजिए –
बिरह भुवंगम तन बसै, मन्त्र न लागै कोइ।
राम बियोगी ना जिवै, जिवै तो बौरा होइ।।
निम्नलिखित काव्यांशों में से किसी एक को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए –
(क) जब मैं था तब हरि नहीं, अब हरि हैं मैं नाँहि।
सब अँधियारा मिटि गया, जब दीपक देख्या माँहि।।
(i) कवि और कविता का नाम लिखिए। (1)
(ii) 'अँधियारा' तथा 'दीपक' शब्द का वास्तविक अर्थ स्पष्ट कीजिए। (1)
(iii) इस दोहे का भाव स्पष्ट कीजिए। (2)
(iv) 'जब मैं था तब हरि नहीं' का आशय स्पष्ट कीजिए। (2)
अथवा
(ख) सौरभ फैला विपुल धूप बन,
मृदुल मोम सा घुल रे मृदु तन;
दे प्रकाश का सिंधु अपरिमित,
तेरे जीवन का अणु गल गल!
पुलक पुलक मेरे दीपक जल!
(i) कवि और कविता का नाम लिखिए। (1)
(ii) 'मृदुल मोम सा घुल रे मृदु तन ' का भाव स्पष्ट कीजिए। (1)
(iii) कवयित्री दीपक को पुलक पुलक कर जलने के लिए क्यों कहती है? (2)
(iv) इन पंक्तियों में कवयित्री ने क्या संदेश दिया है? (2)
निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं तीन के उत्तर लिखिए –
1. अपने स्वभाव को निर्मल रखने के लिए कबीर ने क्या सुझाव दिया है?
2. 'मनुष्यता' कविता द्वारा कवि क्या संदेश देना चाहता है?
3. 'पर्वत प्रदेश में पावस' कविता में कवि ने तालाब की तुलना दर्पण से क्यों की है?
4. महादेवी वर्मा ने अपनी कविता में दीपक से जलने की प्रार्थना क्यों की है?
किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर दीजिए –
(i)'पर्वत प्रदेश में पावस' कविता के आधार पर स्पष्ट कीजिए कि पावस ऋतु में प्रकृति में कौन-कौन से परिवर्तन आते हैं?
(ii)कंपनी बाग में रखी तोप क्या संदेश देती है?
(iii)कबीर ने अपनी एक साखी में निंदक को अपने समीप रखने की बात क्यों कही है?
(iv)'आत्मप्राण' कविता में विपत्ति आने पर कवि ईश्वर से क्या प्रार्थना करता है?
किन्ही तीन प्रश्नों के उत्तर दीजिए – (3 + 3 + 3)
(क) कबीर के विचार से निदंक को निकट रखने के क्या-क्या लाभ हैं?
(ख) मीराबाई ने कृष्ण की चाकरी की अभिलाषा क्यों व्यक्त की है?
(ग) कपंनी बाग में रखी तोप की क्या विशेषता है? वह कब और क्यों चमकाई जाती है?
(घ) 'मधुर-मधुर मेरे दीपक जल' कविता में दीपक से क्या-क्या आग्रह किए गए हैं?